CORONA KA HAHAKAR SARAKAR NE KIYA VISHWASHGHAT
Shayari Blog
by Deepak bansal
8M ago
Shayar ki Kalam se dil ke Arman... हेलो दोस्तों कैसे है आप सभी इस नकारात्मक दौर में मैं आपका दोस्त दीपक बंसल आपके अच्छे स्वास्थ्य की कामना करता हूँ ! और सरकारों के गैरजिमेदारना  ..read more
Visit website
YOUR LIFE YOUR DECISION...(your family suffer or not)
Shayari Blog
by Deepak bansal
8M ago
Shayar ki Kalam se dil ke Arman... हेलो दोस्तों आज मैं आपका दोस्त दीपक बंसल आपके लिए आपकी लाइफ के लिए इम्पोर्टेन्ट टॉपिक पर ये आर्टिकल लेकर  आया हूँ ! जो मुझे इस कोरोना  काल में महसूस हुआ की हम इंडियंस या भारतीय कुछ ज्यादा ही भगवान भरोसे है ! जबकि हम भूल जाते है की भगवान भी उन्ही की मदद करता है ! जो खुद अपनी मदद करते है ! इस कोरोना  कितने ही परिवारों के सर से पिता,बेटे,बेटी,माँ, बहन का साया छिन लिया ! जिनकी क्षतिपूर्ति तो कोई नहीं कर सकता ! पर उनके जाने के बाद जो सिर्फ अकेले ही पुरे परिवार  का सहारा थे ! जब वो नहीं रहे तो उस परिवार पर क्या गुजरती है ! आर्थिक रूप से  ..read more
Visit website
ELECTION GARIBI PAR SARKAR MAST
Shayari Blog
by Deepak bansal
8M ago
Shayar ki Kalam se dil ke Arman... हेलो दोस्तों मैं आपका दोस्त दीपक बंसल एक बार  के लिए लेके आया हूँ ! एक ऐसा मुद्दा जो हमेशा हमारे देश में चलता रहता है ! और उसके लिए कोई महामारी कोई इमोशंस कुछ मायने नहीं रखते है ! ऐसा समय जब धर्म, जाती सब याद आ जाता है ! और वो मुद्दा है इलेक्शन !   ..read more
Visit website
SARKAR KE BS KA NHI AB CORONA
Shayari Blog
by Deepak bansal
8M ago
Shayar ki Kalam se dil ke Arman... नमस्कार दोस्तों में आपका दोस्त दीपक बंसल एक बार फिर सरकारी मुद्दों पर आपके लिए नया आर्टिकल लेके आया हूँ !  दोस्तों जैसा की सभी को पता है की इस बार की कोरोना की लहर ने हमसे हमारे कई अजीज दोस्त छीन लिए कई परिवार बेसहारा हो गए ! किसी का भाई किसी की बहिन किसी के पिता किसी की माँ न जाने कितने ही लोगो को इस महामारी ने छीन लिया ! और अभी भी खतरा टला नहीं ! मैं  जो  यह  सब  ..read more
Visit website
20 BADE SHAYARO KE MASHUR SHER
Shayari Blog
by Deepak bansal
8M ago
Shayar ki Kalam se dil ke Arman... हिंदी और उर्दू साहित्य में बड़े से बड़े कवियों और शायरों ने इश्क, दुनिया, दोस्ती, असबाब, गम, बेवफाई, रुसवाई सहित कई पहलुओं पर अपनी कविताएं और शायरी लिखी हैं। काव्य चर्चा सेक्शन के तहत यहां हम 20 बड़े शायरों के 20 ..read more
Visit website
HASRAT JAIPURI KE MASHUR SHER
Shayari Blog
by Deepak bansal
8M ago
Shayar ki Kalam se dil ke Arman... हसरत जयपुरी के मशहूर शेर  ..read more
Visit website
AMRITA PRITAM KI MASHUR KAVITAYE....
Shayari Blog
by Deepak bansal
8M ago
Shayar ki Kalam se dil ke Arman... अमृता प्रीतम (१९१९-२००५) पंजाबी के सबसे लोकप्रिय लेखकों में से एक थी। पंजाब (भारत) के गुजराँवाला जिले में पैदा हुईं अमृता प्रीतम को पंजाबी भाषा की पहली कवयित्री माना जाता है। उन्होंने कुल मिलाकर लगभग १०० पुस्तकें लिखी हैं जिनमें उनकी चर्चित आत्मकथा 'रसीदी टिकट' भी शामिल है। अमृता प्रीतम उन साहित्यकारों में थीं जिनकी कृतियों का अनेक भाषाओं में अनुवाद हुआ। अपने अंतिम दिनों में अमृता प्रीतम को भारत का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान पद्मविभूषण भी प्राप्त हुआ। उन्हें साहित्य अकादमी पुरस्कार से पहले ही अलंकृत किया जा चुका था।[1 ..read more
Visit website
MOMIN KHAN KE MASHUR SHER
Shayari Blog
by Deepak bansal
8M ago
Shayar ki Kalam se dil ke Arman... हकीम मोमिन ख़ाँ मोमिन का ताल्लुक़ एक कश्मीरी घराने से था। इनका असल नाम मोहम्मद मोमिन था। इनके दादा हकीम मदार ख़ाँ शाह आलम के ज़माने में दिल्ली आए और शाही हकीमों में शामिल हो गए। मोमिन दिल्ली के कूचा चेलान में 1801 ई॰ में पैदा हुए। इनके दादा को बादशाह की तरफ़ से एक जागीर  ..read more
Visit website
JAUN ELIA KE FAMOUS SHER
Shayari Blog
by Deepak bansal
8M ago
Shayar ki Kalam se dil ke Arman... JAUN ELIA KE FAMOUS SHER जॉन एलिया का जन्म 14 दिसंबर 1931 को उत्तर प्रदेश के अमरोहा में एक प्रमुख परिवार में हुआ था। वह अपने भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। उनके पिता अल्लामा शफ़ीक़ हसन एलियाह एक खगोलशास्त्री और कवि होने के अलावा कला और साहित्य से भी गहरे जुड़े थे। इस सीखने के माहौल ने उसी तर्ज पर जॉन की प्रकृति को आकार दिया। उन्होंने अपनी पहली उर्दू कविता महज 8 ..read more
Visit website
HAIDAR ALI ATISH KE MASHUR SHER
Shayari Blog
by Deepak bansal
8M ago
Shayar ki Kalam se dil ke Arman... बुनियादी तौर पर इश्क़-ओ-आशिक़ी के शायर थे। उनके यहां लखनवियत का रंग ज़रूर है लेकिन ख़ुशबू दिल्ली की है। आतिश का असली नाम ख़्वाजा हैदर अली था। उनके बुज़ुर्गों का वतन बग़दाद था, जो आजीविका की तलाश में दिल्ली आए थे और शुजाउद्दौला के ज़माने में फ़ैज़ाबाद चले गए थे। आतिश की पैदाइश फ़ैज़ाबाद में हुई। आतिश गोरे चिट्टे, ख़ूबसूरत, खिंचे हुए डीलडौल और छरहरे बदन के थे। अभी पूरी तरह जवान न हो पाए थे कि वालिद का इंतिक़ाल हो गया और शिक्षा पूरी न हो पाई। दोस्तों के प्रोत्साहन से पाठ्य पुस्तकें देखते रहे। शायरी अपेक्षाकृत देर से लगभग 29 ..read more
Visit website

Follow Shayari Blog on FeedSpot

Continue with Google
Continue with Apple
OR