Hast rekha gyan | palm reading
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The palmistry in hindi has been written in Hindi by reading palm reading in Hindi, which is in the book in hindi. Jyotish has been recta with picture marrige blogs.
Hast rekha gyan | palm reading
1y ago
टूल्स और यंत्र: निर्माण कार्यों के लिए इस्तेमाल होने वाली टूल्स और यंत्रों को रूम में नहीं रखना चाहिए। इससे वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है और घर में शांति और सामंजस्य को प्रभावित कर सकता है। अप्रयोज्य वस्त्र: पुराने, फटे हुए या अप्रयोज्य कपड़े रूम में नहीं रखने चाहिए। ऐसे वस्त्र नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करके घर में शांति और समृद्धि को प्रभावित कर सकते हैं।
तीखी, डांगर या अत्यधिक विद्रोही रंग: रूम में तीखे, डांगर या अत्यधिक विद्रोही रंग के उपयोग से बचें। ये रंग तनाव और अस्थिरता को प्रभावित कर सकते हैं। स्थान बदलकर प्रभावी और शानदार रंगों का चयन करें। खड़ा रखा कपड़ा: टॉयलेट पेपर, रशी या बीडशीट ..read more
Hast rekha gyan | palm reading
2y ago
जीवन रेखा बृहस्पति यानी गुरु पर्वत की ओर जाए तो ऐसे व्यक्ति को जीवन में ऊंचाइयों तक पहुंचने में सफलता मिलती है. साथ ही यदि ऐसे लोग सरकारी नौकरी के लिए प्रयासरत हों तो सफलता मिलने की संभावनाएं अधिक होती हैं.
व्यक्ति के हाथ में जीवन रेखा से भाग्य रेखा निकलते हुए सूर्य पर्वत की ओर जाए तो नौकरी में ख़ूब तरक्की मिलती है. इसके अलावा उच्च पदाधिकारी बनने के योग भी मजबूत होते हैं. वहीं, यदि भाग्य रेखा शनि पर्वत की ओर से दोनों हथेलियों में दिखे तो ऐसे व्यक्ति को प्रशासनिक पद मिलने के योग होते हैं.  ..read more
Hast rekha gyan | palm reading
6y ago
पहला भाव : जहा 8 No. लिखा है वो पहला भाव है और इसका स्वामी मंगल है । पहले भाव को लगन कहते हैं। इस भाव का कारक सूर्य है। इस भाव से स्वास्थ्य, जीवंतता, सामूहिकता, व्यक्तित्व, आत्मविश्वास, आत्मसम्मान, आत्मप्रकाश, आत्मा आदि को देखा जाता है। दूसरा भाव : जहा 9 No. लिखा है वो दूसरा भाव है और इसका स्वामी बृहस्पति है । इसे धन भाव कहा जाता है। इस भाव का कारक गुरु है। इस भाव से धन, आर्थिक स्थिति, कुटुम्ब व पैतृक संपदा आदि का विचार किया जाता है तीसरा भाव : जहा 10 No ..read more
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6y ago
जन्मकुण्डली में बनने वाले कोष्ठकों को भाव कहा जाता है। कुण्डली में बारह कोष्ठक अर्थात् भाव होते हैं। इन कोष्ठकों को भाव, भवन, स्थान तो कहते ही हैं, साथ ही इनसे विचार करने वाले विषयों के नाम पर भी इनका नामकरण कर दिया जाता है। जैसे प्रथम भाव को लग्न, तनु, उदय या जन्म, द्वित्तीय भाव को धन, कुटुम्ब या कोश, तीसरे भाव को सहज, पराक्रम आदि भी कहते हैं। भाव के अधिपति ग्रह को भावेश कहते हैं। जब हम आयेश कहेंगे तो ग्यारहवें स्थान पर जो राशि है उसका स्वामी आयेश होगा। मान लें कि ग्यारहवें स्थान पर सिंह राशि का अधिपति सूर्य है तो यहाँ आयेश का अर्थ सूर्य होगा । भावों के सामूहिक नाम भी हैं-जैसे केन्द्र, ..read more
Hast rekha gyan | palm reading
6y ago
Council for the Indian School Certificate Examinations (CISCE), Class 12th (ISC) Examination Result 2019 to be declared soon. source http://results.amarujala.com/board/council-for-the-indian-school-certificate-examinations/class-12th-isc-result-2019 ..read more
Hast rekha gyan | palm reading
6y ago
Class 10th (ICSE) Examination Result 2019 source http://results.amarujala.com/board/council-for-the-indian-school-certificate-examinations/class-10th-icse-result-2019 ..read more